इस्लाम का खुदा मन्दबुद्धि है! [इस्लाम मत के मौलवी उत्तर देने अवश्य आयें] इस्लाम मत में मान्यता है कि अल्लाह/खुदा निराकार, सर्वज्ञ, पक्षपातरहित, दयालु, न्यायकारी आदि गुण-कर्म-स्वभाव वाला है। जैसा कि हम जानते हैं 'हिंसा करना मुसलमानों का स्वभाव है'। अब यह गुण इनके कुरान में लिखा अथवा खुदा ने आदेश दिया है, पता नहीं। यदि कुरान में लिखा तो इससे अल्लाह पर दो दोष लगते हैं क्योंकि कुरान तो अल्लाह ही की वाणी है- १. कुरान हमें उपदेश नहीं अपितु हिंसा करना सीखा रहा है।, २. यदि कुरान ईश्वरीय वाणी है तो खुदा में दयालु होने का गुण नहीं रह जाता अर्थात् इनका खुदा निर्दयी एवं दोषपूर्ण है। यदि मैं यह कहूं कि ये सारी मान्यताएं (निराकार, सर्वज्ञ, पक्षपातरहित, दयालु आदि) काल्पनिक हैं तो मुसलमानों को तुरन्त मिर्ची लगेगी लेकिन यदि मैं इसे कुरान से सिद्ध करूं कि उपरोक्त गुणों में खुदा के पास एक भी गुण नहीं है तो वह मेरी बात पर चिन्तन-मनन करके समझेंगे। आइये, आपको कुरान मजीद से सिद्ध करके दिखाता हूँ- 1. साकार अल्लाह- खुदा मनुष्य की सूरत शक्ल वाला है। उसके पास हाथ, चेहरा, कमर, मुंह सब है, ...