महात्मा बुद्ध पर मांसाहार का मिथ्या दोषारोपण : एक जटिल समस्या लेखक- शास्त्रार्थ महारथी डॉ० शिवपूजनसिंह कुशवाहा जी प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ सहयोगी- वैदिक विद्वान् डॉ० ब्रजेश गौतम जी तथागत (महात्माबुद्ध) का जन्म कपिलवस्तु नगर में सूर्यवंशान्तर्गत शाक्यवंश में हुआ था। सुमंगलविलासिनी और 'महावंश' की कथाओं में शाक्यों का राजा इक्ष्वाकु का वंशज बताया गया है। 'विष्णुपुराण' से भी इसी मत की पुष्टि होती है। 'महावस्तु' में शाक्यों को आदित्यबन्धु कहा गया है। आदित्यबन्धु और सूर्यवंशी एक ही बात है। सम्प्रति शाक्यवंश के प्रतिनिधि 'शाक्यसेनी मुराव' हैं। महात्मा बुद्ध की मृत्यु कैसे हुई, इसपर विद्वानों के भिन्न-भिन्न विचार हैं। कहा जाता है कि उन्हें 'सूकर मद्दवम्' खिलाया गया था जो कि सुअर का मांस था। उसे वे पचा न सके। उन्हें अतिसार हो गया और अन्त में उसी रोग से उनका कुशीनगर (वर्तमान कसियाँ जिला देवरिया) में देहावसान हो गया। 'सूकर मद्दवम्' क्या पदार्थ हैं? इसके सम्बन्ध में 'महापरिनिब्वानसूक्त' के भाष्यकारों ने अपने-अपने विभिन्न मत प्रकट किए ह...